लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
नन्ही चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना ना अखरता है
आख़िर उसकी महनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
डूबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है,
जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है
मिलते नही सहज ही मोती गहरे पानी में ,
बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में
मुठी उसकी खाली हर बार नहीं होती ,
कोशिश करने वालों की हार नही होती
असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम,
संघर्ष का मैदान छोड़कर मत भागो तुम
कुछ किए बिना ही जय जय कार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती.
Wednesday, July 23, 2008
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